छात्र हमारे, सचमुच प्यारे, भारत माँ की शान हैं ।
निदा कभी न
करना इनकी, ये सबके अरमान हैं ।।
इनमें वीर
जवाहर, गाँधी, कितने खुदीराम हैं,
छिपा हुआ जो
गुण इनमें है-नहीं हमें पहचान है,
आयें, भाई, इन्हें बता दें- ये कितने गुणवान हैं ।
छात्र..."
आजादी का
बिगुल बजा तो घर घर मस्ती छाई थी,
सात शहीदों
ने अपने सीने पर गोलियाँ खाई थीं,
उन्हीं तरह
हम इन्हें बता दें- ये भी वीर महान् हैं । छात्र
जैसा
देखेंगे वैसा ही छात्र हमारे सीखेंगे,
सबका हो
सुधार, ये भाई, ये ही भाग्य को लिखेगे,
आशावादी"
कहते ये तो भारत के भगवान हैं। छात्र"
No comments:
Post a Comment