भारत माई
रोई रोई करे आहवान हो ।
जागअ जागअ
भाई लोग कर कल्याण हो ।
हमनी के
जाति-पाटी माटी में मिलवलस,
गाँवा गाई लोगवा में झगड़ा लगवलम,
अबकी मिटावे
के बा जात के निशान हो । भारत माई
देशवा में
होत बाटे बड़ा अत्याचारवा,
गरीब लो एक
होके लीहें अधिकरवा ।
छोटे बड़े
सभे लोग होइहें समानहो । भारत माई
अंधविश्वास
में तू मत विश्वास करअ,
आशावादी,कहे आपन बुद्धिया केआश करअ,
बनी नाहीं
तब केहू, केहू के गुलाम हो। भारत माई
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