Friday, November 8, 2024

जय हे भारत भुमि महान

 

जय हे भारत भुमि महान् ।

मुकुट बना हिमगिरि मस्तक का करता तेरा त्राण ।

गंगा, यमुना सरिताए सब गातीं गौरव गान ।।

शस्य श्यामला धरती पहने हरा रंग परिधान ।

सागर धोता चरण तुम्हारा विध्य बना सम्मान ॥

मंदिर मस्जिद, गिरिजाघर, गुरुद्वारे एक समान ।

कोटि कोटि भारतवासी के ये दिल के अरमान ।।

नत मस्तक तेरे चरणों पर हम तेरी संतान ।

तम मन अपित करते हम सब बढ़ तुम्हारी शान ।।

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