Wednesday, November 6, 2024

कुहकेला धीया के करेजवा

 

कुहकेला धीया के करेजवा , रात अँखिया से लोरवा झड़े ए राम ।

होत भिनुसार विदइया में, सखिया सहेलिया रोए ए राम ।

डोलिया दुअरिया लगइले कहार पापी ठाढ़े भइले ए राम।

सुसुकेली माई के गोदिया में, तनि ना अचारबा छोड़ ए राम ।

छ रल जाला घर नईहरवा, सहेलिया के संगवा छहे ए राम ।

बाद पड़ भाई के दुलारवा आ बाबूजी के नेहिया साले ए राम ।

सु पुकत डोलिया में बइठे, कहारबा उठाई लेलस ए राम ।

"आशावादी" लिखत में लोर झड़, हाथ के कलमिया रुके ए राम ।

 

(आकाशवाणी पटना से रमेश्वर गोप द्वारा प्रसारित एवम् हिन्दुस्तान समाचार पत्र की समीक्षा में प्रशंसित)

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