बहुत दिनों से सोनू का पेट झड़ रहा था। बहुत दिनों से उसने समोसे नही खाये थे। घर पे खाने पीने में पूरी पाबन्दी थी। मन मसोस कर रहना पर रहा था उसे।
इसी बीच उसके बड़े भाई शहर जा रहे थे। उसे मौका मिला। जिद पकड़ ली भैया को बस पे छोड़ के ही आऊंगा।
माँ बाप भी भाई के अतिशय प्यार के प्रति नतमस्तक हो गए। अलबत्ता उसके बड़े भाई को सोनू के अचानक जगे भ्रातृ प्रेम पर शक जरूर हुआ।खैर सोनू ने भाई को बस तक छोड़ दिया। बड़े भाई ने सोनू को 10 रुपये दिए।
इसके बाद सोनू तीर की तरह समोसे की दुकान की तरफ भागा। उसने समोसे वाले को 10 रुपये दिएे। जब उसने समोसे लेने के लिए हाथ बढ़ाए, अचानक उसके पीछे से दो हाथों ने उन समोसों को लपक लिया।
वो समोसे वाले दो हाथ उसके बड़े भाई के थे।
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