Tuesday, December 30, 2025

रुका हुआ प्यार

 


वरुण आफिस जा रहा था। अचानक उसका मोबाइल बजने लगा। आवाज आई, वरुण मैं आशा। याद नही आ रहा था वरुण को।उसने याद दिलाया। अचानक पुरानी बातें याद आने लगी।बचपन से लेकर 10 वीं क्लास तक साथ पढ़े थे दोनों। खेल ,खुद , मार पीट साथ साथ किये। कब बचपन जवानी की दहलीज पे आ पहुंचा, पता ही ना चला।

फिर वो पढ़ने निकल पड़ा शहर। आशा की शादी हो गयी। बहुत कुछ कहने को था, कह नही पाया। आज उसने  वो बात कह ही दिया कि आशा को प्यार करता है। आशा ने फ़ोन काट दिया। 10 मिनट बाद फ़ोन आया, मैंने तुम्हे उस तरह से कभी नही देखा।

ईश्क सारा नशा उड़न छू हो गया। घर पे जाते ही बीबी को कहा जरा चाय देना। हमेशा की तरह अदरक वाली चाय मिली। आज उसकी बीबी बड़ी प्यारी लग रही थी। एक प्यार जो रुका हुआ था वर्षों से, आज बहने लगा।

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