लॉयर जी बोले धीमे से, पहन के काला कोट ,
याद करें ओ माई लार्ड ओ उस जजमेंट की चोट ।
उस जजमेंट की चोट कि उसमें जो जज ने की बात,
इस केस के फैक्ट लॉ पे, करते हैं प्रतिघात।
करते हैं प्रतिघात कि साहब ने माथा खुजलाया ,
लॉयर जी अभी याद नहीं नाश्ते में क्या था खाया।
"ब्रेड मिली थी या उपमा या मुझे पराठा दाल,
आप कहें फिर याद करें कैसे जजमेंट का जाल?"
उस जजमेंट की चोट जो लॉयर जी ने है फरमाया,
कोई दे साइटेशन मुझको याद नहीं कुछ आया।
अगर नहीं है याद तो कोई , दे दे बस वो पन्ने,
ना कोई फिर डाउट रहेगा ना संशय के फंडे।
ना संशय के फंडे लॉयर फिर बोले धर सिर,
सच बोलूं , इस केस से ज़्यादा भूख लगी गंभीर।
आप पेट भर खाना खाकर भूले केस पुरानी,
मुझ भूखे से क्यों ईक्षित है वो जजमेंट पुरानी?
Part-1, DVAR 1.O.
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I dedicate this grand tale, filled with excitement and revealing the many
dimensions of mythology, science, reincarnation, spirituality, philosophy,
the ...
2 months ago
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