अपना के
बुझअ तू महान
बेटा आ बेटी
से एके कहनवा,
अपना के
बूझअ तू महान,
ए बाबू अपना
के बूझभ तू महान ।
आपन
जिनिगिया के अबहूँ सँवार,
हो जाई तहरो
उत्थान,
ए बाबू घर
के बनाव तू महान।
गँऊबा
नगरिया के लईकी लईकबा ,
दूधवो के
दाँत होखे उहो बालाकवा,
खाली
सजावेला देहिया के आपन,
तनियो
बढ़ावे ना ज्ञान । ए बाबू
बिउटी परलर
में लइकी लइकवो ,
केशवा
सजावेला पढ़लो बेपढ़लों,
चेहरा पर
खूनवा के लाली ना बाटे,
तनिको ना
देहिया में जान । ए बाबू"
बिगड़ल
संघतिया के साथ तु छोड़अ,
नीमन लोगवा से नाता तू जोड़अ,
"आशावादी" के तू मानभ कहनवा,
एही में बा
तोहार कल्यान । ए बाबू
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