Wednesday, November 6, 2024

अपना के बुझअ तू महान

 

अपना के बुझअ तू महान

बेटा आ बेटी से एके कहनवा

अपना के बूझअ तू महान,

ए बाबू अपना के बूझभ तू महान ।

 

आपन जिनिगिया के अबहूँ सँवार

हो जाई तहरो उत्थान,

ए बाबू घर के बनाव तू महान।

 

गँऊबा नगरिया के लईकी लईकबा

दूधवो के दाँत होखे उहो बालाकवा,

खाली सजावेला देहिया के आपन

तनियो बढ़ावे ना ज्ञान । ए बाबू

 

बिउटी परलर में लइकी लइकवो ,

केशवा सजावेला पढ़लो बेपढ़लों,

चेहरा पर खूनवा के लाली ना बाटे

तनिको ना देहिया में जान । ए बाबू"

 

बिगड़ल संघतिया के साथ तु छोड़अ,

 नीमन लोगवा से नाता तू जोड़अ,

"आशावादी" के तू मानभ कहनवा

एही में बा तोहार कल्यान । ए बाबू

 

 

 

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