ये अच्छी या वो अच्छी चुनूँ किसको सरकार में ,
सरकारें आती जाती ना बदलाहट व्यवहार में।
मुख्य पेज पे खबर छपी है कहाँ सिपाही नाका डाला,
कहाँ किसी की जेब कटी है कहाँ चोर ने डाका डाला।
जैसे जंग छिड़ी हो डग डग हर पग पग संसार में,
सरकारें आती जाती ना बदलाहट व्यवहार में।
रोज रोज का धर्मं युद्ध मंदिर मस्जिद की भीषण चर्चा,
दाल आँटे की वो ही झंझट और प्याज का बढ़ता खर्चा।
जंग छिड़ी थी महंगाई से अब तक है व्यापार में
सरकारें आती जाती ना बदलाहट व्यवहार में।
कोई दरोगा आया था कि कारखानों में छाप पड़ी थी,
नकली चावल जो लाता था लाला पे चुपचाप पड़ी थी।
पैसे देकर इधर उधर बचता फिरता बाजार में,
सरकारें आती जाती ना बदलाहट व्यवहार में।
किसी पार्टी
का झूठा वादा किसी सेठ की बातें झूठी,
खबर नवीस है जाने कैसे सच में भी बस ढूंढे
त्रुटि।
कल तक छपी रही थी अब तक है वो ही अखबार में,
सरकारें आती जाती ना बदलाहट व्यवहार में।
ये अच्छी या वो अच्छी चुनूँ किसको सरकार में ,
सरकारें आती जाती ना बदलाहट व्यवहार में।
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