Saturday, April 8, 2023

बाजार में मिला नहीं

 तू भी क्या चीज है कि 

नाम का गिला नहीं,

शोहरत  की दौड़ में थे 

सब तू हिला नहीं।


नफासत के पीछे 

कुछ विरासत के पीछे ,

कुछ रोजी और रोटी 

सियासत  के पीछे।


एक तू है कि नाम ना 

काम की  फिकर है,

बदनाम भी है पूरा 

फिर भी बेफिकर है?


रियासत की दौड़ में थे 

सब तू मिला नहीं,

माजरा ये क्या है  

बाजार में  हिला  नहीं?


अजय अमिताभ सुमन

सर्वाधिकार सुरक्षित

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