Friday, December 8, 2017

मैं कौन हूँ



      मैं, मेरा मेरा घर,
          मेरा छोटा सा घर,  
          एक छोटे से गाँव में. 

      और गाँव,
     मेरा गाँव,
     मेरा छोटा सा गाँव,
     एक शहर के पास.
          वो शहर , एक शहर,
     वो छोटा सा शहर,
     मेरे इस देश में.  

          और देश,
     ये देश,
     मेरा एक देश,
     ऐसे सैकड़ो देश,
     इस धरती पे.

          और धरती,
     ये धरती,
     मेरी प्यारी धरती,
     मेरी छोटी सी धरती,
     घुमती गोल गोल,
     सूरज के चारों ओर,
     अन्य ग्रहों के साथ,
     सौर मंडल के हिस्से. 

          और सूरज,
     मेरा सूरज,
     मेरा प्यारा सूरज,
     घुमता गोल गोल,
     अपने सौर मंडल के साथ,
     अपने ग्रहों के साथ,     
     एक अकाश गंगा के पीछे. 

          और अकाश गंगा,
     मेरी अकाश गंगा,
     ये आकाश गंगा,
     जहाँ हजारों तारे,
     करोड़ो तारे,
     जनमते, बनते. 

          जहाँ ब्लैक होल्स,
     हजारों ब्लैक होल्स,
     कड़ोरों ब्लैक होल्स,
     अनगिनत ब्लैक होल्स.

          जहाँ तारे,
     हजारों तारे,
     कड़ोरों तारे,
     बिगड़ते, मिटते.

     और ऐसी आकाश गंगा,
     हजारों आकाश गंगा,
     करोड़ो आकाश गंगा,
     अनगिनत आकाश गंगा,
     जनमती आकाश गंगा,
     बिगड़ती आकाश गंगा,
     मिटती आकाश गंगा.

         और मैं इनका हिस्सा,
         अदना सा हिस्सा. 

          मैं , मेरा घर,
     मेरा छोटा सा घर.


        अजय अमिताभ सुमन 

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