अगर डाक्टर माँगे पैसा,
दोष कहो तुम किसका कैसा?
एक करोड़ के नीचे भैया,
बने ना कोई डाक्टर भैया।
कॉलेज का इतना फी भरकर,
जो कोई भी बनता डॉक्टर।
उसको फिर फिक्र हो कैसे,
सेवा का फ़िर जिक्र हो कैसे?
दर्द की कीमत लगती भारी,
हॉस्पिटल की भी लाचारी।
सिस्टम का इलाज ना कोई,
क्यों गरीब नवाज़ हो कोई?
अगर डॉक्टर मांगे धन है,
सोच प्रश्न क्यों गुढ़ गहन है?
सिस्टम से सब हुए लाचार,
कि पेशा अब बना व्यापार।
अजय अमिताभ सुमन
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