जभी भ्रूण हो गर्भ स्थापित, थन में दूध दिलाता कौन ?
एक नीति में एक नियम में , सृष्टि को रच लाता कौन?अगर अगन शीतल बन जाए, सागर जल को ना धर पाए,
अगर धूप ना आए अंबर, बागों में कौन फूल खिलाए?
सहज नहीं रुक पाता पानी, जब खेतों में वृष्टि होती,
चक्रवात का मिटना मुश्किल, जब जब इसकी सृष्टि होती।
सबके निज गुण धर्म बनाकर, सही समय पर कर्म फलाकर,
एक नीति में एक नियम में , सृष्टि को रच लाता कौन?
अजय अमिताभ सुमन
सर्वाधिकार सुरक्षित
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