Monday, November 4, 2024

मैं ना बालक एक शैतान ,

 मैं ना बालक एक शैतान ,

कर दे ईश्वर इतना काम,
एक वीक छुट्टी मिल जाए ,
जो मुझको हो जाए जुकाम।
दूध देख के उल्टी आती ,
भिन्डी भी है बहुत सताती,
खाने की भी चीज है कोई ,
बैगन कटहल लौकी भाजी।
मैगी बर्गर गरम समोसे ,
छोले कुलचे इडली डोसे ,
दूध मलाई मक्खन हलवा ,
दादी भर भर नरम पड़ोसे।
हे भगवान तुम ज्ञानी दानी ,
और क्या मांगू तुझसे दान,
मोच टांग में आ जाए जो ,
टीचर के बन जाए काम।


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